हां ठीक है
हां ठीक है मैं आज खामोश रह लेता हूं,
हां ठीक है बेगुनाह होकर भी सारे इल्जाम सह लेता हूं।।
हां ठीक है बस आसुओं से दास्तान ए बेगुनाही कह लेता हूं,
हां ठीक है बस मुस्कुरा कर सारे सितम सह लेता हूं ।।
हां ठीक है सब जानते हुए भी तुम्हें सही कह देता हूं,
हां ठीक है मैं आज गुनेगार रह लेता हूं।।
©akshat_pratap_negi