मीलों दूर हूँ तुमसे
पर,फिर भी लिखता "तेरे" लिये ही हूँ..!!
रात के अंधेरे में उड़ा देता हूँ इन पन्नो को
इस ख़्वाईश में कि,
सुबह ये तेरे आंगन में इन दुरियों का एहसास करा दें..!!
©digvijay_mishra0406
मीलों दूर हूँ तुमसे
पर,फिर भी लिखता "तेरे" लिये ही हूँ..!!
रात के अंधेरे में उड़ा देता हूँ इन पन्नो को
इस ख़्वाईश में कि,
सुबह ये तेरे आंगन में इन दुरियों का एहसास करा दें..!!
©digvijay_mishra0406