रास नहीं आ रहा था, ये शहर अभी तक...
चलो अब दिल लगाने का, कोई ज़रिया तो मिला..
"अंशुल"
©anshul
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anshulaftaab 17w
रास नहीं आ रहा था, ये शहर अभी तक...
चलो अब दिल लगाने का, कोई ज़रिया तो मिला..
"अंशुल"
©anshul