पतवार
कोशिशों के भंवर में
फंस कर ,हार न जाना!
उठना ऊपर ,बढ़ना आगे
अपनी अलग पहचान बनाना।
हिम्मत साहस जोश की
पतवार पकड़ना,खेते जाना।
न होता है मालूम किसी को
पार किनारा कितना दूर;
फिर भी पा जाते वो साहिल
भरते जोखिम रखते दिल
जिनके हर ख्याल में मंज़िल!!
©mithyasach.
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mithyasach 118w