सशक्तिकरण
Girls compromise easily...
Well,
हमें सिखाया ही यही जाता है,
सबको भूख लगी है; तुम बाद में खा लेना।
घर के बड़े जो कहें चुपचाप मान लेना।
शादी करोगी तो सत्ता के नाम पर घर का काम संभाल लेना, पति कमा कर ले आएगा, तुम बस पका लेना।
चुल्हा-चौका, बर्तन, झाड़ू-पोछा करके दर्पण निहार लेना।
सरकार ने तो बोल दिया लड़की पढ़ाओ, पढ़ने से नहीं रोकेंगे बस नौकरी का फैसला परिवार को लेने देना।
पैसे का हिसाब किताब तेरे बस का नहीं है, तुम बच्चे संभाल लेना।
बाहर ज़माना खराब है work from home बेटा, नहीं तो wait for a job where you'll be secure.
इतने डर मन में बिठा देते हो फिर बोलते हो, बहुत जल्दी घबरा जाती हो...
अब इतना कुछ सिखाकर कहो भूल जाओ सशक्त हो जाओ, तो जनाब ज़रा समय तो लगेगा।
©purewine_75
आप अपनी कलम का जादू बिखेरते रहें हमारा भी आना-जाना बना रहेगा