बातें मिलती जुलती होती है शुरूवात मे
फिर ख़यालों को लेकर तकरार होते है
ये जो दिन सुहाने लगते है तुम्हें शुरूवाती इश्क के
इसी को लेकर तुम मैं और हम बाद में बदनाम होते है
©abhisharma
बातें मिलती जुलती होती है शुरूवात मे
फिर ख़यालों को लेकर तकरार होते है
ये जो दिन सुहाने लगते है तुम्हें शुरूवाती इश्क के
इसी को लेकर तुम मैं और हम बाद में बदनाम होते है
©abhisharma
And this is profound..
Write someday ....please...sire..