वक़्त की बात
वक़्त वक़्त की बात होती है
दुनिया कब किसी के साथ होती है
छोड़ जाए जो बुरे वक़्त में
उसी पल अपनो की पहचान होती है
मैं तो खामोश रहता हूँ अब
न जाने फिर क्यों महफ़िल में मेरी ही बात होती है
खौफ़ नही है मुझे अब मौत का
मेरी माँ की दुआ हर वक़्त मेरे साथ रहती है
सय्यद दानिश आब्दी ✍️
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syeddanishabdi 132w