लेखक
पन्नो पर चहल-पहल बहूत हैं,
एकाँत लाओ तो बताना ।
एक कप चाय- एक कॉफ़ी साथ लाना !
कुछ मेरे बोल को अपने शब्दों से पूरा करना ।
दो वाक्य मैं , तो दो तुम लिखना ।
कुछ दर्द मेरे, कुछ अपनी खूशीयों का ज़िक्र रखना !
लेखणी मेरी आखरी, लेखक तुम रहना।
©shyaryaa
-
shyaryaa 28w