तुम्हे पाने की जिद्द क्या छोड़ी मैंने ।तुम्हे खोने का डर ही खत्म हो गया ।-आर्या अदिती शरण
तुम ठहरने आए थे मेरी जिन्दगी में,इसी बात का डर था मुझे।©shyaryaa