एक राब्ता फिर से जमा हो जाये मेरा मेरे "चाँद" से भी..
किस कलम से लिखूँ तेरे ख्याल को कि, एक इत्तिला हो जाये अख़बार में भी..©️♥️
©untold_emotions0406
एक राब्ता फिर से जमा हो जाये मेरा मेरे "चाँद" से भी..
किस कलम से लिखूँ तेरे ख्याल को कि, एक इत्तिला हो जाये अख़बार में भी..©️♥️
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" इत्तिला" करने का विचार तो बेहद खूबसूरत है
थोड़ा सम्भल कर दोस्त अख़बार से पूरी दुनिया को "इत्तिला" हो जाती है