HOPE
A life
which has never been lived.
Some dreams
which were shattered.
One heart
On which many burdens are kept.
But yes,
there is a hope.
There is a hope,
that is heavy on all of these.
There is a hope
that has carried the weight of it all.
There is a hope
that did not let the flame extinguish.
There is a hope
that has kept me awake...
©payal_anant
payal_anant
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We all need someone who make our soul breath and heart smile. and if you have one then you should be grateful that you are blessed beyond imagination.
©payal_anant -
The tears we wipe ourselves give us the most strength.
©payal_anant -
मैं तुम्हारी कितनी इज्जत करूंगी
यह इस बात पर निर्भर करता है
कि तुम मेरे माता - पिता को कितनी
इज्जत देते हो।
©payal_anant -
You illuminate my life like the sun illuminates the earth.
©payal_anant -
Let's choose a colour
Let's weave some dreams
Come sit with me
Let's talk about life...
©payal_anant -
payal_anant 30w
|Lost|
I had to fly far
but my wings were cut off
I wanted to laugh,
smile and giggle
but my happiness was
taken away
I wanted to live my dreams
but maybe
my mistakes made them
lifeless.
and now
I'm searching for my existence
in my own chaotic world
like a lonely, lost child...
©payal_anant -
Seeing you, the darkness of my mind disappears
I will become pure when i touch you.
©payal_anant -
Let's stay away from each other untill we both feel that we are right for each other.
©payal_anant -
तुम्हारा प्रेम मुझे
ऐसे मिला...
जैसे, डूबते को
तिनके का सहारा
मिला हो...।
©payal_anant
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कैसे सम्भालूँ?
सम्भालूँ तो ख़ुद को
मैं कैसे सम्भालूँ?
तमाशा बन फिरता
मैं क्या क्या कर डालूँ?
अंधेरा घना है,
है गहरी ये बातें,
ये दिल भी है गहरा,
मैं लिख के बता दूँ?
हिसाब-ए-मोहब्बत
मैं किससे लगाऊँ?
गर सोया है कोई,
मैं कैसे जगाऊँ?
वो जब भी जगेगा,
तो दूजे की खातिर,
मैं लड़ता हूँ ख़ुद से,
अब ख़ुद को मनाऊँ?
कोई आ के है कहता,
मैं ग़म लिख रहा हूँ,
अब कैसे मैं कह दूँ,
कि कम लिख रहा हूँ,
मैं गिरता, संभलता,
हूँ शब्दों पे चलता,
मैं कल अाज कल में भी,
पल लिख रहा हूँ |
ना सूरज संग मेरे,
ना चंदा मेरा है,
ना आकाश मेरा,
ना भूतल मेरा है,
मैं मन से हूँ जैसा,
हूँ दिखता भी वैसा,
ये स्याही है मेरी,
और दिल ये मेरा है |
कुछ बातें पुरानी,
होती हैं, होने दो,
कहानी है दिल की,
रोती है, रोने दो,
बताना ये तुम भी,
किसी दिन, किसी को,
कि जलती हुई बाती,
सोती है, सोने दो |
किताबों की बातें
हैं सारी ये झूठी,
रिवाज़ों की बातें
हैं सारी ये झूठी,
कुछ वादे निभा के
खो जाते हैं सारे,
ये अपने-पराए
की बातें हैं झूठी |
बनावट के रिश्ते
संजोते हैं कैसे?
खुशियों के बीज
ये बोते हैं कैसे?
मिलते मुस्काकर
फिर पीठ में खंजर,
हैं कातिल ये सारे
ये सोते हैं कैसे?
ना दुख अब बताना,
कि लोग हैं हँसते,
खुशी ना जताना,
कि लोग हैं हँसते,
ये हँसते रहेंगे,
हम बढ़ते रहेंगे,
अब कुछ ना समझाना,
कि लोग हैं हँसते |
अब कहने और सुनने को
कितना सजा दूँ?
ये आँसू अनदेखे हैं,
कितना बहा दूँ?
है महंगा दिल मेरा,
मैं लायक ना इसके,
सम्भालूँ तो ख़ुद को
मैं कैसे सम्भालूँ?
©ashk_ankush -
मैं अपने हाथ पे एक नई लकीर खींच सकता था
ये मेरे वश में था, मैं अपनी तकदीर खींच सकता था।
सो क्या हुआ कि उसके शहर में रुकती नहीं ट्रेन
मुझे तलब थी, मैं ट्रेन की जंजीर खींच सकता था ।।
©sanki_shayar -
Oceans
My whole life I was committing
the greatest of sins; fear
the fear to talk, to be brave
the most heinous, fear of making a mistake.
In the trap of being mature,
truth is the greatest terror, and
accepting it was my biggest fear,
yet the sterile world never
let me be puerile.
Lusting the moon
I jumped out of my realm
drowning by my own kin
lacked the forte to fly to him.
©Sri -
A moment with you,
filled me with memories for
my life.
©Sri -
ashk_ankush 176w
मैं चढ़ता-ढलता सूरज हूँ,
तुम चंदा की मनमानी हो,
ये दिल जो तुम बिन प्यासा है,
उस प्यासे की तुम पानी हो।
मैं रुका-झुका सा ज़मीन हूँ,
तुम आसमान की वाणी हो,
मैं सपनों में एक राजा हूँ,
उन सपनों में तुम रानी हो।
मैं पन्ना किसी किताब का,
उस किताब की तुम कहानी हो,
मैं चढ़ता-ढलता सूरज हूँ,
तुम चंदा की मनमानी हो।
©ashk_ankush -
ashk_ankush 175w
मैं जब थक जाऊँ, तो मेरी आवाज़, मेरा सहारा बनोगी ना?
मेरे शब्दों की इन लहरों का, तुम किनारा बनोगी ना?
©ashk_ankush -
नींद आँखों में हो न हो
रात सबकी गुजर जाती है
- रीतेय -
arianwriter 234w
When I realize,
I am dead without you,
I take solace in my words
that speak about you,
to keep me alive!
~rr~
©arianwriter -
ashk_ankush 185w
तुम खुश हो ना?
सुनो!
तुम खुश हो ना?
मैं दूर हूँ,
मजबूर हूँ,
तुम्हें दिखता नहीं,
अब लिखता नहीं,
तस्वीरों से ही बात करूँ,
शब्दों से अपनी रात भरूँ!
जब याद कभी आए मेरी,
मुझे पल भर में कह देना तुम,
झट से हाज़िर हो जाऊँगा,
बस उस पल में रह लेना तुम!
जब याद ना आए मेरी तो,
ऐसे ही चुप तुम रह जाना,
और मिलेंगे जब कुछ वक्त के बाद,
आँखों से सब तुम कह जाना!
©ashk_ankush -
ashk_ankush 186w
क्या होगा?
जिस राह पर हूँ,
ना जाने उसका अंजाम क्या होगा?
जो मन में ख़याल हैं,
उन्हें कह दूँ सर-ए-आम तो क्या होगा?
दौड़ते-दौड़ते थक सा गया हूँ,
ना जाने ज़िन्दगी का दाम क्या होगा?
अगर आज रुक गया तो डर है,
कि फिर कल का आराम क्या होगा?
चेहरों पर नकाब लगाए लोगों से सवाल है,
कि उस नकाब के पीछे छिपा इंसान क्या होगा?
तुम इश्क में भी अगर बातें छुपाते हो,
ऐसे इश्क में फिर इनाम क्या होगा?
माना कि मुस्कुराना ज़रूरी है,
पर अंदर बैठी मायूस जान का क्या होगा?
मैं फिर कुछ बेहिसाब सा लिख रहा हूँ,
ना जाने ये अंकुश नाम क्या होगा?
©ashk_ankush
