प्रकृति के सब्र ने तौबा की है ....
अब तो अश्कों के सैलाब शोर मचायेंगे ...!!
©paveetra
paveetra
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paveetra 101w
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paveetra 101w
शायद लत पल ली,
बवंडरों की इंसानो ने ...
फ़िर तो ..
सब्र के गुस्से की तासीर
तो भीषण होना ही थी ...!!
©paveetra -
paveetra 101w
#hindi writers
@read write unite @loveneetm
@malay _28 @swapnpanchhi
#प्रकृति #खिलवाड़चुपचाप गुनगुना रही थी ,
धरा अपनी धुन में ...
छलावों से भरे जलजलों ने ,
छेड़ दिये सिलसिले त्रासदी के ...!!
©paveetra -
paveetra 101w
सभ्यता संस्कृति की धज्जियों से ...
विनाश का तांड़व विकराल हो गया ..
मानव के गुनाहगार हस्तक्षेप से ...
प्रकृति का ये हाल हो गया ...!!
©paveetra -
paveetra 101w
#hindi writers
@read write unite @loveneetm
@rangkarmi_anuj @piu_writes
@malay_28
#प्रकृति #त्रासदी #चक्रवात #तूफानना जाने कैसी बेहया त्रासदी है ...!
सूखी आँखे हैं
और
भीगे शहर ....!!
©paveetra -
चलो पूछ लेते है हम
ख़ैरियत तुहारी ..
तमाम शिकायतें भी है
वो फ़िर कभी ...!! -
किसी ने मुस्कुराते हुए ..मुझसे
मेरी उम्र पूछी ...
मैंने हँसते हुए कहा ..जितनी
गुज़री ,लौटा दोगे क्या ...! -
रोका ,
तो बोले ..
जाने दो ना ..
जाने दिया..
तो बोले ..!!
ये तो चाहते थे ना
"तुम "....!! -
भूख से मरने वालों की
पोस्टमार्टम रिपोर्ट बड़ी
अजीब थी ..
पेट ख़ाली
दिल भरा
आँखों मे शर्म
और
जुबां पर तहज़ीब थी ...!! -
हर आदमी है क़ैद
हर चेहरा है डरा
ए साहिब ..
तुम भी हाथ उठाओ ना
कि मौसम दुआओ का है ....!!
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अगर लड़की सीधी सादी हो तो गाय कहलाती है
मगर सीधे सादे लड़कों को क्या कहते हैं
जी हां... सही पकड़े है... गधे
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©rashmi_sinha -
loveneetm 113w
मेरा बचपन
बचपन अच्छा था मेरा,
खेलकूद कर दिन गुजरा करते थे,
घर की रौनक था बचपन मेरा,
वो छुप छुपकर शरारत करना,
दादा दादी की कहानियाँ,
और गर्मियों में नानी का घर,
सच में बचपन अच्छा था मेरा,
भाई बहन के संग नोकझोंक,
या दोस्तो के संग मस्ती,
लाईट जाने पर मोमबती में पढ़ना,
या माँ का अपने आँचल से हवा करना,
पापा संग बाजार जाना और,
खिलौनों की फरमाईश करना,
याद कर वो बातें दिल कहता है,
कि बचपन अच्छा था मेरा,
रिश्तेदारों का आना जाना,
उस समय किसी त्योहारों से कम ना था,
घर में हलचल और हँसी मजाक का दौर,
वो बड़ो का आपस में चर्चा करना,
और माँ दादी का चाची मासी बुआ संग,
दिन भर की बातें करना,
बोझ नहीं थे रिश्ते तब,
खिल उठता है दिल उस पल को,
फिर से जी कर जहन में,
सचमुच बचपन अच्छा था मेरा।
©loveneetm -
ravinderkandari 113w
❤ क़ज्जो ❤️
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Thank you for reading
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#TBRFORLIFE ❣️
#KARAV ❣️.
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frostic 115w
You are a star,
I'll never forget
To count at night.
©frostic -
rani_shri 115w
Must read, it's not relatable but bahot feel kar ke likha hai..
Please honest answer dena.मेरे जाने के बाद.
मेरे जाने के बाद,
पता है मुझे कि तुम किस हाल में जीयोगे,
पता है मुझे कि आंसुओं के घूंट भी पीयोगे
लेकिन तुम्हें कैसे समझाऊं,
उदास ना होने के लिये कैसे मनाऊं
मेरे जाने के बाद,
पता है मुझे कि तुम्हें पुरानी बातें याद आएंगी,
पता है मुझे कि वो बातें तुम्हें हर पल रुलाएंगी,
लेकिन तुम्हें कैसे बताऊं,
मैं भी खुश रहूंगी ये कैसे दिखाऊं।
मेरे जाने के बाद,
पता है मुझे कि तुम बेवजह ही किसी पर भी बरसोगे,
पता है मुझे कि तुम मुझसे मिलने को तरसोगे,
लेकिन तुम्हें कैसे जताऊं,
तुम्हारा आने वाला कल बहुत हसीं हैं ये कैसे दर्शाऊं।
मेरे जाने के बाद,
पता है मुझे कि पूरी तरह टूट के बिखर जाओगे,
पता है मुझे कि तुम फ़िर निखरना नहीं चाहोगे,
लेकिन तुम्हें कैसे एहसास करवाऊं
मेरे अलावा भी बहुत कुछ है हासिल करने को, ये कैसे यकीं दिलाऊं।
मेरे जाने के बाद,
मुझे पता है कि तुम हंसना भी छोड़ दोगे,
मुझे पता है कि तुम मोहब्बत की राह से मुंह मोड़ लोगे,
लेकिन तुम्हें कैसे सुनाऊं
मोहब्बत सच्ची हो तो फ़िर से हो सकती है, ये कैसे सिखाऊं।
मेरे जाने के बाद,
तुम्हें ख़ुद ही संभलना होगा
रास्तों पर किसी और के साथ चलना होगा,
मुझे पता है कि तुम बहुत रोओगे,
न ठीक से खाओगे, न सोओगे।
मुझे पता है तुम्हें वो वादे याद आएंगे
आंसू भी एक के बाद एक आएंगे,
तुम जब भी ख़ुद को अकेला पाओगे,
मुझे याद करते ही ख़ुद के साथ पाओगे।
मेरे जाने के बाद
मुझे पता है कि बेचैनियां तुम्हें सताएंगी,
तुम परेशान न होना कि अंधेरी रातें तुम्हें डराएंगी,
और यादें भी रह रह कर चिढाएंगी,
लेकिन याद रखना हमारी मोहब्बत अमर है,
मुकमम्ल नहीं भी हुई तो भी कैसा डर है।
सुनों तो, मैं हमेशा तुम्हारे पास हूं,
खोजोगो तो सुकूं की एहसास हूं।
मेरे जाने के बाद
तुम्हें जिंदगी रास न आए,
कोई सुंदर सा एहसास न आए
मेरे जाने के बाद,
मुझे पता है मेरी बातें तुम नहीं सुनोगे,
और सिर्फ़ और सिर्फ़ तन्हाई ही चुनोगे,
मेरे जाने के बाद...
©rani_shri -
monika_gupta_ 115w
सपनों का वह एक घरौंदा
अब पंख पसारे है खड़ा
थोड़ा था कुछ टूटा-फूटा
मरम्मत होकर अब खिला
चाहत नहीं थी महलों की
बस अपनो मे खुशहाली हो
सपनों का वह एक घरौंदा
अब पंख पसारे है खड़ा
दबी ख्वाहिशें दिल में थी
मां-बाबा की यह छोटी सी
सुंदर सा हो एक घरौंदा
सीप में छोटे मोती सी
सपनों का वह एक घरौंदा
अब पंख पसारे है खड़ा
वक्त ले आया ऐसा फेरा
जब अरमान पूरे हो रहे
ज्योत जलाए है खड़ी
मन मे नये फुहारों की
सपनों का वह एक घरौंदा
अब पंख पसारे है खड़ा
अब खुशियों के हैं रूप नये
रंग बिखरे पुरानी दीवारों पे
छाई नयी उमंगे है कुछ
हर कमरों की सजावट से
सपनों का वह एक घरौंदा
अब पंख पसारे है खड़ा
जीवन का था वह हिस्सा
बस रूप बदलने का किस्सा
प्यारा था, है फिर प्यारा
बस मनमोहक रंग चढ़ा
सपनों का वह एक घरौंदा
अब पंख पसारे है खड़ाघरौंदा
©monika_gupta_
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ehtijaj 115w
कभी खुद से मिलूँगा
तो शिद्दत से बैठूँगा
कुछ सवाल हैं बाकी
वो ज़रूर पूछुंगा
आँखों में आंखें डालकर हर बात कहूँगा
जब जुदा हूँगा तो ज़रूर सोचूँगा
खुश था क्या अपने अक्स से मिलके
कुछ हासिल किया या नहीं इंसान बनके
©ehtijaj -
loveneetm 115w
सवाल
महिलाएँ बैठी धरणे पर,
बच्चो को लेकर आज,
बिना नियम पालन किए,
संविधान की करती बात।
प्रदर्शन एक अधिकार है,
उस पर ना उठे सवाल,
पर प्रदर्शन की आढ़ में,
जन जीवन हुआ बेहाल।
सियासतदानों को मिलें ,
दंगे करने की छूट,
भड़काऊ भाषण रोजकर,
जनता को लेते लूट।
आम आदमी बस चाहें,
रोटी कपडा मकान,
प्रेम सौहार्द बना रहें,
बचा रहें संविधान।
जनताओ को मजहब से,
मत बांटो तुम बेकार,
हर मजहब है पूजनीय,
सबका है यह संसार।
©loveneetm -
कशिश ये कैसी थी उसकी आवाज़ में
संगीत बज उठी एक अनछुए साज़ में !
वक़्त था थम गया लम्हों के आँचल में
जाने कितने ही कल ठहर गए आज में !
उतर गई बन रागिनी दिल के दरम्यां
अंज़ाम था दिख रहा उसके आगाज़ में !
सावन-सा बनकर बरस गया दिल पर
भीगता रहा मैं बारिश-ए-अल्फ़ाज़ में !
बन्द पलकों में अब नज़र वो आने लगी
रंग इंद्रधनुष दिखने लगे मेरे हमराज़ में !
©malay_28 -
jazbat 116w
फ़ुर्सत तुम लाओ थोड़ी ,
मैं बहाना ले आती हूँ ,
चलते हैं कहीं यूँ ही ..
ज़िंदगी से वक़्त चुराते हैं ।
©jazbat
Ranjana B.
