Happy Holi
रंग से खेलो पर ढंग से खेलो । और याद रहे कि होली इंसानों का त्योहार है जानवरो का नही , तो ना ही जानवरो के साथ खेलो ना जानवरो की तरह ।
HAPPY HOLI TO ONE AND ALL
©never_forgetyourdreamss_
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Co-author of sangam PUBLISHED POET HEART TOUCHING WRITER
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*छद्म नारीवाद*
*छद्म नारीवाद*
कहतें रहें तुम आगे बढ़ो हम तुम्हारें साथ हैं;
जब बिटिया बड़ी होकर डाक्टर बनकर घर आई तो क्या किया?
वही घीसी पिटी सोच, नौकरी नहीं करनी कमाना नहीं हैं, एक गाँव के अनपढ़ पैसे वालें लड़के के साथ ब्याह करवाकर भेज दिया;
इतना पढा़ने का कारण पुछा तो कह दिया गाँव के सरपंच की बेटी हैं, अगर ये छद्म नारीवाद ही करना था तो पढ़ाया ही क्यों इससे अच्छा होता के मैं अनपढ़ ही रहतीं!
*अब इस कुरिति का अंत करो, हर नारी को सम्मान दो।*
*#महिलादिवस*
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Happy women's day
वो गम में भी मुस्कुराती है
वो कभी बेटी, कभी बहु तो कभी पत्नी का फर्ज निभाती है।
उसकी क़िरदार ही उसकी पहचान बताती है,
वो स्त्री है जो जीवन को सार्थक बनाती है।
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Happy women's day
वो घर भी संभालती है
वो संभालती काम काज भी
वो ज़िन्दगी को संगीत बनाती
वो लगाती है प्यार के साज भी
वो निभाती है हर ज़िम्मेदारी
फिर भी उफ्फ नहीं करती है
वो औरत है जनाब
वो हमारी ज़िन्दगी को पूरा करती है
Happy Women's Day
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प्रेम की लौ
शब्द कम पड़ जातें हैं इज़हार ऐ मोहब्बत के लिए,
शब्द कम पड़ जातें हैं इज़हार ऐ मोहब्बत के लिए।
के जब भी प्रेम से दिया जलातीं हैं वह,
एक अनोखी प्रेम की लौ जग जातीं हैं इस दिल में।
एक अलग सी कशीश हैं उसकी आँखों में,
जो हर पल मेरे दिल में उसके लिए इज्जत बढ़ा देतीं हैं।
वो दिए की लौ जलाती हैं वहाँ,
मेरे दिल में प्रेम की लौ जलती हैं यहाँ।
अनोखा कहूँ या अजीब कहूँ,
हर जलती लौ एक नई उम्मीद लेकर आतीं हैं।
हर जलती लौ मुझे ओर भी दिवाना बनातीं हैं,
हर जलती लौ मुझे उसकी ओर भी करीब ले जातीं हैं।
परदे से झलकता अक्स उसका,
मेरे दिल में अरमान जगाता हैं।
उसकी एक झलक पाने को,
यह दिल बेकरार हो उठता हैं।
आज तक परदे के पीछे से ही देखा हैं उसे,
अब उसे अपने समक्ष देखने को ये दिल करता हैं।
आज यह प्रेम की लौ,
दिल में प्रेम की चिंगारी जला रहीं हैं।
कह रहीं हैं कि अब इंतजार नहीं हैं होता,
कहीं ये प्रेम की लौ एक ज्वाला न बन जाएं।
जो प्रेम की लौ एक ज्योति का कार्य कर रहीं हैं,
कहीं वह एक धधकती ज्वाला का स्वरूप न लेले।
दिल जलता हैं उस लौ की तरह,
और भस्म हो जाता हैं जब उसे देख नहीं पाता हैं।
बस एक ही आस बसी हैं इस दिल में,
के बस एक बार उसकी झलक मिल जाएं।
एक अधूरी आस हैं वह पूरी हो जाएं,
बस एक बार झलक मुझे मेरे यार की मिल जाएं।
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माँ
❤ माँ-बेटी का अटूट प्रेम ❤
उसे लौटकर आना न था,
उसे समझाने का वक्त न था।
घिर आए थें अंधियारे के बादल,
मगर वह बिमारी (कैंसर) हमसे हमारी खुशीयां न छीन सकी।
हमारा प्यार सदा से हैं और सदा के लिए हैं,
जिंदगी की कोई परिक्षा मुझसे मेरी माँ को नहीं छीन सकतीं।
भले ही शारीरिक रूप में मौजूद नहीं हैं वो,
मगर मेरी हर साँस में शामिल हैं वो।
मेरी हर दिल की धड़कन में धड़कती हैं वो,
हर लम्हा मेरे संग एक नई जिंदगी जीतीं हैं वो।
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'इश्क़' न अमीरी देखता है, न गरीबी,
मायने रखती है, तो दिल से दिल की करीबी.
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इश्क़ खूब करो, पर सुनलो ये नसीहत,
रूह ख्वाब है, जिस्म की चाह है हक़ीक़त
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ऐ दिल तू क्यों ऐसी खता कर बैठा,
बेवफाई के ज़माने में भी, इश्क़ कर बैठा.
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आज के ज़िन्दगी का यही सबसे बड़ा सवाल है,
के कौन गैर है और कौन अयाल है;
©never_forgetyourdreamss_
