लब
जब लबों पर हकीकत मुस्कराने लगे
तब शामे घर नहीं लौटी....
कभी शोर तो ,कभी खामोशी बनकर दिल
में ही ढल जाती है....
©methass
methass
instagram anjaleeagarwal 0207
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methass 56m
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methass 6w
Katra katra
Tujhe aaj likhne ka mann nahi
Tu koyi rang ban aaj mujhe me hi utar jaa
Tasveer ban ye pal khamos ho jaye
Likh de mujhe aaj tu is tarah
Aarse tak tujhe padhti rahu main
Katra katra sa.... -
methass 7w
Tera jana tera aana is safar me
Mera khud se milna aur khud se bichrna
Safar hi u raha is ishq ka
Manzilon ki chaha rahi hi nahi
Bs tu wo ajneeb ban gaya jise
Har mod par milna ha to ha
Magar bs ek alsaye huve suraj
Ka sham ko roz dobna
Aur kal fir milne ka wada kar jana...
©methass -
methass 9w
Mehakta to tan mera aaj bhi wasa hi ha
Phele teri hasi saase chhuti thi meri
Ab teri yaado ka itr ghula ha meri saaso me...
Sun rahe ho na tum...
©methass -
methass 10w
Thehar kar bhi bhatak rahe hai ....
Magar pohchte kahi nahi usi ,
ghere me khade ha...
©methass -
methass 10w
Some silence are shout very loudly
©methass -
methass 11w
Sun aaj imtihan hai meri tadap ka
Jid ha tu awaaz de mujhe ...
aur main muskara du
Fir tujhe gale laga lu...
©methass -
methass 14w
Tum
Kkuch khahniyan adhuri hi reh
Toh hi khubsurat lagti ....
Khamosiyo ke panno par ahsaas ka kissa katam nahi hone deti...
©methass -
methass 14w
Jo juda tha wo kuch is trah tuta
Khamosh hui main , shor bhi mujhe rutha....
Sun tu bs apna khayal rakhna
Meri hasi wahi hogi jab tu hasega .....
©methass -
methass 15w
गुमाओ मे लिपटी यकीन सी जिंदगी मेरी
अंदर तक शोर है, मगर लब खामोश मेरे.....
सुकून से रहना तू जहां भी रहे ,
हम तेरे नहीं तो क्या , हम खुद खुदके भी नहीं रहे...=
©methass
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wild_aish 48m
he stirred the kind of love
that would make you
want to stay
The kind of love that'd
make you want to
hold on stronger, didn't matter
how feeble your pulse got
the kind of love
you would wander in search of
your whole life
in the thickest of forests
under the deepest of oceans
only to know that it was growing
in your backyard all these years
the kind of love that smelled of
cigarettes and leather,
like bikes on a highway,
and dim lit lanterns
like cinammon sticks
in an aging wine
the kind of love; physical
you could be kissing all night
and still feel completely oblivious
to his touch the next morning
he could make you
feel at home with his one gaze,
and leave you feeling stripped naked
in the middle of the street
whereas you are laying besides him
wrapped in silk sheets
the kind of love
that was crazy in it's own
the kind that you look for
in between the lines of poetry
but end up dissapointed at a fullstop instead.
©wild_aish©wild_aish
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anandsardar 13w
कलम उठाते ही नाम उसका हमेशा लबों पर आता है
कभी समझ ही नही आया कि मेरी कलम का उससे क्या नाता है
ऐसी है ये मेरी कलम
जो लिखना चाहे तो उसके ही यादों का मौसम बन जाता हैयादें तुम्हारी मुझे
फिरसे यहां खिंच लाती है
और इनकी गुस्ताखी तो देखो
कोई नही हो तुम मेरी
हमेशा मुझे यहीं समझाकर जाती है
©anandsardar -
नींद गँवाई सोना कमा के
पत्थर हुए मकां बना के
कदम सच्चे से पैदल चलते थे
आवारा बने चार पहिए लगा के
इज़्जते कितनी भी लुटा आये हम
नज़र टिकती रही कपड़ों पे जा के
फिरे बेचैन ईज़्ज़तों के घर तो
सुकूँ ढूंढ़ा ज़िस्म नंगे में जा के
पेड़ काटे हमीं ने छाँव वाले
राहतें ढूँढ ली a/c लगा के
सच के घूँट कितने कड़वे है
ये ईल्म हुआ झूठों में जा के
©mrig_trishna_ -
abhi_mishra_ 6w
बिछड़ गए तो दिल उम्र भर लगेगा नहीं
लगेगा..लगने लगा है पर लगेगा नहीं
लगेगा नहीं देखकर मगर वो खुश है
मैं खुश नहीं हूँ मगर देखकर लगेगा नहीं
(Umair Najmi)
#hindi #hindiwriters #abhimishra️
ये सुर्ख़ आँखों के स्याह घेरे, नज़राना है तुमको,
कल से फ़िर वही बेपरवाह, नज़र आना है तुमको।
फ़िर किसी उम्मीद में कटी है मेरी एक रात और,
तुमसे बात नहीं करनी, लेकिन बताना है तुमको।
ये क्या जुनून मुझको तुम्हारी बेरूख़ी से आता है,
कि तुमसे इश्क़ करता हूँ फ़िर भी सताना है तुमको।
एक अहम और एक इश्क़ में उलझा रहता हूँ मैं,
इन दोनो ही शर्तों में मगर, बिछड़ जाना है तुमको।
हर रात इसी कशमकश में आँखें बंद होती हैं,
अब मैं टूट जाऊं या और अभी आज़माना है तुमको।
मेरी हर ग़ज़ल, नज़्म और शेर तुम से मुकम्मल है,
लिखे हैं खूब तुम पर, अब बस वही जताना है तुमको।
©abhi_mishra_ -
ग़ज़ल
हर वक़्त एक जुनून सा सवार रहता है
यूँ तेरे इश्क़ का मुझपर खुमार रहता है
कहने को तो हर रोज़ की है मुलाकातें
जाने क्यूँ फिर भी तेरा इंतज़ार रहता है
ख़लल पड़ ना जाए परिन्दों की नींद में
आज़ कल बूढ़ा बरगद बीमार रहता है
गुज़र जाती है उम्र कर्ज चुकाते उनकी
गरीब के सर पे फिर भी उधार रहता है
चलो बिछड़ जाते है कुछ वक्त के लिए
सुना है मैंने कि दूरियों में प्यार रहता है
©my_sky_is_falling -
stupid_shayar 13w
अंधेरों के अलावा मुझे इस जहाँ में कुछ नजर नहीं आता
आईनें तोड़ कर देखें है मैंने उस पार कुछ नजर नहीं आता
#stupid_shayarअंधेरों के अलावा मुझे इस जहाँ में कुछ नजर नहीं आता
आईनें तोड़ कर देखें है मैंने उस पार कुछ नजर नहीं आता
©stupid_shayar -
कभी मैं कांच की तरह टूट कर बिखरा था
यूँ रेत की तरह हाथों से फिसला था
कुछ यूँ मेरे दिल पे उसने हाथ रखा था
धड़कनों को मेरे सुकून मिला था
©stupid_shayar -
amalendu 13w
The Sea and the River
©amalendu
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neelthefeel 14w
रास्ता...
तेरी आँखों की गहराईयों मैं झांका तो पाया जन्नत का रास्ता.
वरना तुझसे पहले खुदाई से नहीं था हमारा कोई वास्ता.
मंदिर मे जाते थे क्यों की महादेव मे थी हमारी आस्था.
माँगा नहीं कभी कुछ दुवाओ मे क्यों की
दिल्लगी से नहीं था हमारा कोई वास्ता.
पर जबसे मिली है तू माँगा हर दुआ मै मैंने तुझे.
क्यूँ की नहीं जानता था तुझ तक पहुंचने का कोई रास्ता.
जिस दिन दिखी फिरसे मुझे तू.
रूह बोली बन्दे सच्ची थी महादेव मे तेरी आस्था.
रूह बोली बन्दे सच्ची थी महादेव मे तेरी आस्था.
©..
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iamankyt 14w
Also uploaded a set of random couplets on yt channel. I will be pleased with feedbacks.
Link Updated in Bio.खौफ़
आज रात मैंने बहुत सोचा
सूरज के डूबने के बारे में
और सोचा अपने जब्र के बारे में
खुदको देखा अँधेरे में बैठा हुआ
पास में था एक ख़्वाब लेटा हुआ
मैंने खुली आँखों से नींद को छुआ
झुँझलाकर वो मुझसे बोली
ये वक़्त हक़ीक़त जाँचने का नहीं।
और जाँच ही रहे हो अगर
तो मैं तो फिर हूँ ही नहीं
तुम गौर फरमाना हर उस रात पर
जहाँ तुमने नींद की हर आहट पर
उदासी की तहरीरें बोई है।
वो सब शेर जो शायद
मरते वक़्त भी तुम में गूँजते रहेंगें
उन्हें ख्यालों के जमे आँसुओ से पिघलाकर
आज वाकई इन ख़ुश्क लबों की प्यास बुझाना।
किसी पुरानी तस्वीर को
यादों की दीवार से उतारने से पहले
तुम उसे भूलने के लिये
खुदसे किये गये वादों पर हँसना
और हँसाना उन यादों की
शैतानी ताक़तों को।
मुझे खुली आँखों से देख पाने का
मतलब ही यही है कि
तुम सच्चाई देख ही नहीं सकते।
आज रात मैंने देखा खुदको
अँधेरे में गिरता हुआ
और झुँझलाकर
तसव्वुर से बाहर निकल
खुदसे कहा
कि नहीं नहीं ये नहीं हो सकता
सूरज नहीं डूब सकता
मैं नहीं हार सकता
और सांत्वना ये दी कि
हार भी गया तो
इसमें सारा नुक़सान
दुनिया का ही होगा।
©️I A M A N K Y T
