एक
एक बारिश की याद हैं,
एक तन्हाई का साथ हैं,
एक पीले शूट में धुंधली सी तस्वीर हैं,
औऱ एक हमारी बेकार सी तकदीर हैं,
एक तोहफ़े की अंगूठी हैं,
औऱ एक जिंदगी जो हमशे जाने क्यु रूठी हैं,
एक मोहब्ब्त हैं उसी से मेरी इबादत हैं,
उसी को लेकर हज़ार मेरी शिक़ायत हैं,
उसे पता नहीं एक भी,
शायद यहीं मेरी शराफ़त हैं।
©amar61090