" नव वर्ष "
नव वर्ष की हर्ष बेला है आई
जन जन मे नव चेतना है जगाई ।
जिन्दगी हर्ष व उल्लास से भर लाई
नव वर्ष चारो तरफ खुशिया छाई ।
दिलो मे राग , रंग, उमंग है छाई
देखो खुशि का पैगाम है लाई ।
बिछड़े दिलो मे स्नेह व प्रेम है जगाई
नई सुबह नई उमंग नई है ऊर्जा लाई ।
मिल कर रहो अब न कोई है, तन्हाई
करो स्वागत नव वर्ष नवंरग है लाई ।
2021 वर्ष अपना रंग दिखाया गम्भीर घाव लगाई लगाई
दे दो 2021 को अब बिदाई ।
देखो देखो नव वर्ष नूतन हर्ष लेकर आई
करो सब स्वागत देश के बहन और भाई।
स्वरचित
ज्योति परमाले
रायपुर छत्तीसगढ
©jyotiparmale30