मरने के लिए जीते रहे लोग;
जीने के लिए मरते रहे लोग!
©anxious_soul
-
anxious_soul 1d
-
anxious_soul 4d
ज़रा पूछो,क्या क्या दर्द सहना पड़ा हमे;
एक महँगे शख्स से इश्क़ सस्ता करना पड़ा हमे!
©anxious_soul -
anxious_soul 9w
हमने सितारों को जोड़ कर,
एक चाँद बनाया ही था की
सुबह हो गई!
©anxious_soul -
anxious_soul 10w
उसने न छोड़े मेरे हाथ न पकड़ने दिया;
न जीने दिया,न चैन से मरने दिया!
©anxious_soul -
anxious_soul 13w
कत्ल
बस इक तुम्हारे मुक़दमे का दलील बनूँगा मैं,
तू कत्ल तो कर मेरा,तेरा ही वकील बनूँगा मैं!
©anxious_soul -
हमने उसकी याद में चाँद को सूरज होते देखा है!
©anxious_soul -
anxious_soul 16w
जंग
जेहन में सारी रात चलती रही खुद से लड़ाई;
न जाने कौन सा फ़साद इतना बुरा उलझा है!
©anxious_soul -
anxious_soul 18w
TRUST!
Trust is the most uncertain thing which people give with full certainty!
©anxious_soul -
anxious_soul 34w
हद
हद की बातें न करो हमसे!
याद है हमे;
एक रात हमने तारो को गिनते गिनते,
सूरज को गिन दिया था!
©anxious_soul -
बेरंग
रातो को जागना छोड़ क्यों नही देते?
खुद से यू भागना अब छोड़ क्यों नही देते?
अंधेरे की तो आदत थी तुम्हे बहुत,
फिर चाँद को ताकना अब छोड़ क्यों नही देते?
टूटते सितारों से खुद को जोड़ने की,
इबादत अब छोड़ क्यों नही देते?
साँसे फूल उठती है दो कदम चलकर ही,
सिगरेट जलाना अब छोड़ क्यों नही देते?
गर इतनी जो तकलीफ है जीने में साक़ी,
फिर यू साँसों की डोर अब छोड़ क्यों नही देते?
रातो को जागना छोड़ क्यों नही देते?
खुद से यू भागना अब छोड़ क्यों नही देते?
©anxious_soul
-
I am back ❤️
जब न मिलूं ढुंढने से भी,
तब आईने में झांकना और मुस्कुरा देना... -
lafze_aatish 5d
ज़िन्दगी
राह-ऐ-इश्क़ मे ज़िन्दगी तमाम कर ली,
औरररर ये दुनिया कहती है तुम उसे भुला दो बेवफाई उसने की.
हाहाहा बेवकूफ़ है वोोोो लोग,
सुनो बेवफ़ा वो नहीं थी न बिलकुल नहीं, तकदीर ने उसकी बेवफ़ाई उसके साथ की.
आखरी रोज़ गलबान कुछ मरहला बात हुवी होंगी याद हैं मुझे,
रोइ बोहत थी ले जाओ मुझे कहे जा रही थी.
मे करता तो क्या करता उसे सकूं मे रखता या उसके माँ बाप को बे-सकून करता,
मेने भी तकदीर का लिखा आखिर पड़ ही लिया,एक आखरी बर गले लगा के उसे छोड़ दिया.
बेवफाई वो नहीं "बेवफाई हमारी हम दोनों" की तकदीर कर गयी,
फिररर राह-ऐ-इश्क़ मे ज़िन्दगी तमाम कर ली .
निःशब्द
"I've got this feeling, deep in my mind
Come back and love me, just one more time
On the ground of an ocean, we buried our love
Far away
My heart's still bleeding"ज़िन्दगी
रही न ताक़त-ए-गुफ़्तार और अगर हो भी,
तो किस उम्मीद पे कहिये के आरज़ू क्या है!
ग़ालिब -
बिखर रहा हूँ मैं सूखे पत्तों की तरह
तुम बन के चिंगारी मुझे पूरा कर दो
#arungagat -
राब्ता
मेरे जख्मों से कुछ यूँ ज़माने ने राब्ता बना लिया
घर की दीवार गिरी तो लोगों ने रास्ता बना लिया
©my_sky_is_falling -
uncleravan 1d
पतझड़ को भी तू ,
फुर्सत से देखा कर ऐ दिल...
हर गिरता पत्ता भी ,
तेरी ही तरह टूटा हुआ है...
©uncleravan -
किस बात का झगड़ा था बता क्यों नहीं देते
मोहब्बत में obsession किसको नहीं होता -
barbad 2d
अमा! हम भी रहते गुरूर में है
सुरूर उनका है उनके बाद जायेगा -
barbad 1d
अभी वो दिन भी आयेगा
जब तुम्हारें जन्मदिन की बधाई
हम ग़ैरो को सुनायेंगे -
barbad 1d
मन नहीं है झूठ बोलने का
मगर कोई पुछे तो बीमारी क्या है -
ख़ामोशी से अदा हुई थी सब रस्मे महोब्बत की,,
अब जो बिछड़ रहे हो, तो इतना हंगामा क्यों है।।
©lafzonkikahani
