Aise hi rahi halat ' to kaise nibhe mohabbat
Idhar main khafa khafa sa ' udhar wo khafa khafa sa
anwar7484
Student (Bihar)
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anwar7484 147w
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anwar7484 169w
एक ख़याल दिल में उभरता है शायरी बनकर
के जैसे वो फिर लौट आई हो ज़िन्दगी बनकर
©anwar7484 -
anwar7484 169w
जिन्दगी की बदलती तस्वीर देखिए
जिसे देखना हो उसका जमीर देखिए
©anwar7484 -
anwar7484 170w
देर से होता है सहर तो क्या ,
रात सी तन्हाई भी बहुत भाती है
तुम जो चाहो तो भूला दो लेकिन ,
मुझे तेरी याद बहुत आती है
©anwar7484 -
वाबस्ता हमसे थी हमारी नजदीकियां
हमने भूला नहीं लेकिन हम भूल गए
وابستہ ہم سے تھی ہماری نزدیکیاں
ہم نے بھولا نہیں لیکن ہم بھول گئے
©anwar7484 -
Neend Ki Baat Na Hi Karo To Behtar Hai
Khwab Nahin Hai Islie Neend Nahi Aati Saayad
@jainab
Der Raat Tak Jaagne Ki To Aadat Si Ho Gayi Hai
Mujhe Apni Jindagi Se Wahshat Si Ho Gayi Hai
©anwar7484 -
anwar7484 185w
अहल-ए-दुनिया वाले इज्जत कमाते हैं इज्जत के बदले
सिर्फ हुकूमत पास होने से किसी को इज्जत नहीं मिलती
©anwar7484 -
anwar7484 185w
इश्क़-ओ-वफ़ा
हुस्न-ओ-वफा की बात क्या ग़र कुछ पास न हो
यहाँ, लोग दोस्ती भी नापतोल के किया करते हैं
©anwar7484 -
anwar7484 185w
@badnaam_shayar @jainab #decemberborn #osr #sad #hindiwriters @bejubaanshayar @faiz804404 @advocate_arzoo
ग़म-ए-दुनिया भी सिखा देती है जीना यारो
मगर मैंने ज़िन्दगी भर खुशियों को ही चाहातेरी सब इनायतें मेरे भले के लिए है न
मगर मेरी आजिज़ी कुछ और कहती है
©anwar7484 -
anwar7484 185w
इक ठोकर लगी और वो गिर गए जनाब
दिल का दर्द सब उसके लबों पे आ गया
©anwar7484
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parle_g 87w
मज़हब के आ'इनों में, मज़हब के इंसान रख दिये,
मेरे देश की सियासत ने,बिखेर कर गांव रख दिये।
©jiya_khan -
parle_g 86w
फ़रहाद- शीरीं-फ़रहाद' नामक प्रेमकहानी का नायक, जिसने अपनी प्रेमिका शीरीं के पिता के आदेश पर पहाड़ काटकर नहर बनाई थी
खुश-बदन - Beautiful Body
बुनियाद- आधार
वजीफ़ा- सहायता, मदद
सय्याद- Hunter, शिकारी
मौज-ए-हवा - Wave of Wind
लानत- Damnation
फरियाद - प्रार्थना , prayer
ख़लाओं - आकाश , Vacuum
देह- शरीर
ईजाद - उत्पन्न, invention
कुछ अशआ'र.....
@cosines @rani_shri @iamfirebird @junaidwrites @my_sky_is_falling
दिल की सम्त से.... :)// ग़ज़ल //
किसी जख्म-ए-उम्मीद में टूटकर फ़रहाद नही हो पाया मैं,
बात इतनी सी है लगी तुम'को कि बरबाद नही हो पाया मैं।
खुश-बदन लिए फिरता तू, इसमें क्या तकल्लुफ है तुमको,
हैरानी तो है मुझको ता'उम्र कोई बुनियाद नही हो पाया मैं।
मिरी मा'यूसी को पढ़ लेता है कैसे बंद निग़ा'हों से अपनी,
शायद यही वजीफ़ा है कि अपना सय्याद नही हो पाया मैं।
मौज-ए-हवा में है गूंजती एक सदा तिरी दुआओं की यहां,
लानत है मुझपर तिरी कोई इक़ फरियाद नही हो पाया मैं।
लिखकर मिटाया है सारी ख़लाओं में अफ'साना भी तिरा,
क्यों अपने ही आईनों की देह में ईजाद नही हो पाया मैं।
©jiya_khan -
mubassar 120w
हमनें बहुत चाहा के ज़िन्दगी कोई कहानी बने
लिख लिख के मिटाने में क़िरदार उलझ गया मेरा
©mubassar -
psprem 86w
हर कोई चाहता है, एक अच्छा हमसफ़र साथ हो।
सब दिन हों खुशियों भरे, और सकून भरी रात हो।
©psprem -
अब तेरे प्यार में घायल हो चुके है हम,
कुछ चंद नब्ज़ के मुतासिर बचे है हम।
©sanjay_kumr -
shaill 86w
अनूठा बंधन।
एक पवित्र बंधन है विश्वास का,
नोंक झोंक और आपसी प्यार का,
दो अलग दृष्टिकोण के तकरार का,
आपसी सहयोग और सम्मान का।
विवाह एक अनूठा बंधन है प्यार का,
दो अंजान लोगों के बीच प्रेम का,
जीवन के हर मोड़ पर समर्पण का,
यह बंधन है एक अटूट साथ का।
एक दूजे के लिए झुकाव का,
निज आस्तित्व को भूलने का,
नव रिश्तों को मिल गढ़ने का,
साथ सात फेरों की लाज का।
प्रागणता और परिपक्वता का,
रिश्ता समर्पित जीवन सृंखला का,
एक दूजे पर प्रतिबद्धता और त्याग का,
सुख दुःख में एक दूजे के साथ का।
पत्नी रूप में स्त्री के सम्मान का,
उसकी मेहंदी और सिंदूर के लाज का,
कंगन और बिछुए की मधुर सुर का,
घर द्वार छोड़ आई एक समर्पण के मान का।
याद कर्तव्य का दिलाता दिन है करवाचौथ का,
सजी पूजा की थाल और चाँद के इंतेजार का,
साजन के लिए किए गए साज श्रृंगार का,
पति द्वारा पत्नी के प्रेम के आदर सम्मान का।
©shaill -
कुछ खोना है कुछ पाना है
हर पल बढ़ते जाना है
हो मुश्किल हर राह हर मोड़ पे
ना थकना है ना रुकना है
जीवन डगर है काँटों का सफर
बच के ना निकल पाना है
पग पग होगी भविष्य की चिंता
अतीत का दामन भी छूट जाना है
मोक्ष की राह में बढ़ते बढ़ते
खुद को ही भूल जाना है
जीवन नही फूलों की एक सेज
जिसमे हर पल मुस्कुराना है
आँसुओं की कुछ धाराओं का बहना
खुद को मजबूत बनाना है
जीवन है जीवन का क्या
आज जीना कल कहीं खो जाना है।
©neha_ek_leher -
erum_ki_qalam_se 89w
Ek hi rishtey ka hi naam hai
Bus Waqt waqt ki baat hai
Mohabbat nafrat aur bedakhli
©erum_ki_qalam_se -
jainab 88w
अपने रंग मे रंग दो मोहन
मुझ को खुद सा कर दो मोहन
कैसे बीते रूत ये अकेले
खुद को मुझ मे भर दो मोहन
खाली सफों सा जीवन मेरा
इसे ग़ज़लों से भर दो मोहन
©jainab -
jainab 93w
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