किसी की बिन मांगी मुराद हो गया वो शख्स,
जिसे खुदा से हमने हर आयत में माँगा था ।
©ankit_p
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शाम जाते - जाते मुझसे एक बात कह गयी,
सूरज उगता कैसे, कानो में चुपके से ये राज़ कह गयीं।
ढल के उगने का विश्वास दे गई
बढ़ते अंजाम को आगाज़ दे गई
शाम जाते - जाते मुझसे ये बात कह गयी,
की सुबह जरूर होगी ये विश्वास दे गयीं।
©ankit_p -
मै चाँद को अपनी बाहों में लिए सितारे देखने निकला हूं
में अपने इश्क़ के निशान रेत पर छोड़ते निकला हूं
मेरी समंदर से साँठ गाँठ है उन्हें मिटाने की
की कोई चुरा ना ले तरकीब उस चाँद को पाने की।
©ankit_p -
हमने पूरी रात जाग एक सफर तय किया,
उनके साथ सुबह का सूरज देखने को।
©ankit_p -
शहर से दूर एक रास्ता है जो चाँद तक जाता है
में निकल पड़ा हूं उस रास्ते पर ही, जो तेरे घर तक जाता है।
©ankit_p -
आज आजाद हुए हम उस कैद से जिसे हमने खुद बनाया था,
आज हमने वो आखरी खत भी जला दिये।
©ankit_p -
हम अनदेखा कर रहे है आजकल चाँद को,
पर सच बात तो ये है, की
हमे अब भी महोब्बत तो उसी से है।
©ankit_p -
बर्बाद है हम तो, लड़ने का हमें क्या डर,
गर हार भी गए तो क्या, हमारे पास हार तो रहेगी।
©ankit_p -
हम भी रुलाये गए है कई रातो तक।
कुछ चाँदनी तुम्हे भी भीगोनी होगी।।
पहुँचे है हम जल जल कर यहाँ तक,
मेरे साथ होने के लिए कुछ कुर्बानी तो तुम्हे भी देनी होगी।
औऱ अगर हम मान जाए यूँ ही जो ।।
तो तुमसे मिली बेवफाई की ये तौहीन होगी।
©ankit_p -
तुम क्यों छुप रहे बच रहे हो यू,
हम यहाँ आईना लिए थोड़े न खड़े है।
©ankit_p
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उम्र
उम्र बीत जाएगी जीने का सलीक़ा सीखते सीखते...
क्या पता, जब सीख जाऊ तब उम्र ही ना बचे... ♂️
©Chaitanya -
आप, औरों से बच के चलते हे..
हमने अपने भी आजमाए हे...
आप, काटो से बच के चलते हे..
हमने फूलों से भी ज़ख्म खाये हे... -
मकान
क्या हादसा गुज़रा के खामोश हे गलियाँ..
न जाने किस ग़म को छुपाये हे मकानात के पत्थर.. -
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अच्छा खासा बैठे बैठे 'गुम' हो जाता हूँ..
मेें अक्सर में नहीं रेहता 'तुम' हो जाता हूँ... -
वास्तव
दुख की दास्ताँ बहोत कड़वी होती हे..
पर मे जब सुनाता हूँ...
न जाने कैसे, लोगों के लिये मीठी हो जाती हे..
©Chaitanya -
khushimahato 98w
Aaina aaj fir rishwat leta pakda gaya,.....
Dil mai dard tha or chehra hasta hua pakda gaya....
-Khushi Mahato❤ -
न जाने आज कलम कुछ टेड़ी चल रही हे..
लगता हे किसीने स्याही मे शराब मिलाई हे..
©Chaitanya -
❤️
कर दी हे मैने नींद किसी और के नाम..
कब तक यूह भरता रहूँगा जाम ...
न जाने कितने लोग कह गये मुझे ख़ास..
एक तुम ही हो, जिनको लगता हू मे आम ...
©Chaitanya -
❤️
वफ़ाओ की हमसे तवक्को नहीं है..
मग़र एक बार आजमा कर तो देखो..
ज़माने को अपना बना कर तो देखा
हमे भी तुम अपना बना कर तो देखो.. -
सौदा
खुद के आँसू खुद ही पोछा करो..
लोग पोछेंगे तो.. सौदा करेंगे...
