यकीन
मानता हूं,,,,तू बिखर चुकी हो
समेट लुगा में तुजे,,,,यकीन तो करो,,,
©anjaan1712
anjaan1712
किसी की तलाश में,,,,, vijay Tiwari
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anjaan1712 38w
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anjaan1712 41w
लिखे शब्द
आप का पढ़ लेना ही
बड़ी बात होगी,,,,
लिखे शब्द ही हमारे
बारे में सारा बता देंगे,,
©anjaan1712 -
anjaan1712 42w
याद
तुजे भुला नही मुझे ये अहसास
तेरी यादे अक्सर दिलाती है,,,,
इतना ही नही तेरी यादे अहसास के साथ
मेरे घाव को भी हरा भरा रखती है,,
©anjaan1712 -
anjaan1712 43w
तुम
नजाने तेरी खुसबू जाती क्यो नही
अभी तक न् जाना तुम आती क्यो नही
माना हम इतने अच्छे नही तुम पास आओ
पर तुम हमे याद न् करो इतने बुरे भी नही,,,
©anjaan1712 -
anjaan1712 43w
मोहबत
कमाल की मोहबत है
उसने अपनो को खुस किया
मैने अपनो को खुस किया
न् खुस रख सके तो बस एक दूसरे को,,
©anjaan1712 -
anjaan1712 43w
बेकूफ़ी
जानता हूं वो मेरा फायदा उढाती है
वो फायदा उढा कर खुस है
एक हम है बेकूफ़ी से प्यार हो गया
इसी के वास्ते वो खुस तो है,,,
©anjaan1712 -
anjaan1712 43w
उसकी खुसी
प्यार मोहबत इन शब्दों से नहीं वास्ता
बस उससे जाने केशा है वास्ता
खुद की खुसी कभी सोची नहीं
सोचा तो बस एक ही बात हमेशा
उसे कैसे खुस रखे,,क्या करे
जिससे वह हमेशा मुस्कुराती रहे,,,,
©anjaan1712 -
anjaan1712 43w
सही गलत
तूने मुझे कभी सही न् समजा
पर न् जाने चाहते हुए भी
में तुजे कभी गलत नहीं समजा,,
©anjaan1712 -
anjaan1712 43w
यादे
सोचता हु जब तेरी यादे
मेरे चहेरे पर अक्सर मुस्कान लाती है
अगर तेरा मेरा मिलना हो जाता
पता नही क्या क्या हो जाता,,,
©anjaan1712 -
anjaan1712 43w
खमोसी
केवल मुझसे बात करो
मेने कब कहा मुझसे प्यार करो
अपनी नफरत दर्द मुझे दो
मुझे बस तुमारी खुसी से दूर रखो
तरी खमोसी मुझसे बर्दास्त नही होती
उसकी चीखो से में सो नही पाता,,
©anjaan1712
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kamini_bhardwaj1 45w
यादों में जी लेना कोई गुनाह तो नहीं
इस पहाड़ सी जिंदगी को गुजारें कैसे।
©kamini_bhardwaj1 -
कोई किसी के बारे में गलत सोचता है अपना गड्ढा खुद खोता है
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nishtha_rai 51w
खाली से मन में अब शब्द भी कभी-कभार ही उभरते हैं।
आजकल हम जरा कम लिखते हैं।
कोई सोच, कोई कल्पना, कोई कहानी बनती ही नहीं,
जो बनती भी है तो, उससे बच निकलते हैं।
आजकल हम जरा कम लिखते हैं ।
कलम उठाते तो हैं हर बार, जब चाँद दिखता है,
फिर रात भर बस उसकी दूरी नापते रहते हैं।
आजकल हम जरा कम लिखते हैं ।
लोग कहते हैं कि कविताएं, बोझ हल्का करती हैं मन का,
पर हम तो इस भार को सर चढ़ा कर रखते हैं।
आजकल हम जरा कम लिखते हैं।
सुनने-पढ़ने वाले भी अब गिने चुने ही रह गए,
हम जो लिख लें भी तो, अकेले ही बैठ पढ़ते हैं।
आजकल हम जरा कम लिखते हैं।
उसकी मानें तो हर कविता उसपर ही लिखी मैंने,
कुछ इस तरह भरम उसका दूर किया करते हैं।
आजकल हम जरा कम लिखते हैं ।
और वो जो प्रेरणा सचमुच हैं, ना जाने किस देश जा बसे हैं।
ना जाने इन दिनों वो किस कवि को पढ़ते हैं।
आजकल हम जरा कम लिखते हैं ।
©nishtha_rai -
chahat_samrat 51w
वसीयत की गई वक्त की वकालत मैं झेलता रहा
हर शख्स मुझसे मैं खुद से शतरंज खेलता रहा
©_chahat_samrat -
annurathod_777 51w
इस दिल में अब कुछ बचा नही टूटने के लिये...
इतने तुकडो में तोडा है तुमने की कुछ बचा नही जुडने के लिये...!
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Iss dil me ab kuch bacha nhi tutne ke liye...
Etne tukdo me toda hai tumne ki kuch bacha nhi judne ke liye..Broke
©annurathod_777
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lovetowrite990 51w
कई दफा सोचा कि खबर लू
तुम्हारी
मगर दिल कहता है तुम इतने भी खास नहीं
©lovetowrite990 -
camyyy 59w
दिल से
अपने वजूद से अलग होकर ये बारिश की बूंदे भी
कितने को सुकून दे जाती है
लोग बस टूट कर गिरे इन बूंदों का मजा लेता है
कोई महसूस कर ले तो उसे भी सुकून आ जाए।
©camyyy -
camyyy 61w
दिल से
अजीब कशमकश है ज़िंदगी के भी
लोग भी होंगे और आपके साथ भी होंगे
पर बस बातों से,और कुछ उम्मीद बेकार होंगे उनसे।
©camyyy -
sammuu 62w
इतना...
यादों से कहो अब
ना सताए इतना
प्यार ही है तो
ना जताए इतना
खूबसूरत से लम्हों
को बया कर इतना
हस जाऊ में फिर से
मत कर बदमाशी इतना
बातों से ना सिर्फ
आखों से मार इतना
लोगो से नहीं
जज्बातों से जीत इतना
प्यारी सी दुनिया नही
दुनिया को प्यार कर इतना
Sammuu........ -
वक़्त को भी कहा पता था, जिस्म की जरूरत एहसासों से ज्यादा होगी ,छूना तो दूर अलविदा कहने के लिए तरसने की जरूरत होगी,
©sweta_singh99
